भूप एक्सप्रेस।
समालखा, 17 मई, 2025 । हरियाणा प्रदेश के जिला पानीपत के उपमंडल समालखा में लंबे अर्से से समाज सेवा में जुटी सैनी सेवा ट्रस्ट देहरा ने एक अनोखी पहल करते हुए कृत्रिम घोंसले के तौर पर परिंदों के लिए विभिन्न स्थानों पर 225 बसेरों की व्यवस्था की हैं, जो बेजुबान पक्षियों को मौसम आदि की मार से बचाने में काफी मददगार साबित होंगे। इस सराहनीय कार्य के सूत्रधार बने राजस्व विभाग के कानूनगो नवीन सिंहमार शेखपुरा ने कहा कि मौजूदा दौर में परिंदों के लिए प्राकृतिक घोंसलों से लेकर जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, शिकार और बीमारियाँ आदि के तौर पर परेशानियाँ की भारी भरमार हैं और पैदा हुई इन्हीं परेशानियाँ और प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए कोई और नहीं बल्कि
काफी हद तक मानव जाति ही जिम्मेदार हैं। ऐसे में परिंदों के संरक्षण के लिए आगे आना भी मानव का पहल कर्तव्य और परम धर्म बनता हैं। जिसे बिना किसी स्वार्थ भावना के निभाना आज हम सभी के लिए बहुत जरूरी हो चला हैं।
कानूनगो नवीन सिंहमार ने दोनों ही संस्थाओं के इस प्रयास की सराहना करते हुए जहां पेड़-पौधों की कटाई पर गहरी चिंता जताई वहीं लोगों से अपने-अपने घरों की छतों, आंगनों आदि में पक्षियों के लिए दाने और पीने के पानी आदि की व्यवस्था करने की अपील की।
परिंदों की परवरिश के लिए है नई पहल : मामन छाछिया
उधर गांव देहरा के पूर्व सरपंच मामन छाछिया ने सैनी सेवा ट्रस्ट देहरा द्वारा की गई इस अनूठी पहल की प्रशंसा की हैं।
उन्होनें कहा कि ट्रस्ट की इस सकारात्मक सोच को निश्चित तौर पर नए परिवर्तन के आगाज के तौर पर, ना सिर्फ स्वीकारा जाना चाहिए बल्कि हम सभी को ट्रस्ट की इस मुहिम का हिस्सा भी बनना चाहिए।
ट्रस्ट के इस कार्य मे मददगार बनी अंबेडकर युवा सेवा समिति शाहजहानपुर (ध्याना) के चेयरमैन धर्मवीर दहिया ने कहा कि मौजूदा दौर में पर्यावरण संरक्षण एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। हमारी पृथ्वी पर बढ़ते प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, और प्राकृतिक संसाधनों की कमी ने इसे और भी जरूरी बना दिया है। इसके बिना, हमारे अस्तित्व और जीवन पर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता हैं ।
खेत-खलिहानों, घरों के आंगन, पशुबाड़ों और वृक्षों आदि पर अलग-अलग स्थान पर इन कृत्रिम घोंसलों के लगाए जाते वक्त ट्रस्ट के संस्थापक करण सिंह सैनी, ट्रस्ट की अध्यक्षता माया देवी, बीर सिंह उर्फ बीरू, सन्नी उर्फ सोनू, परमाल सिंह, रामफल सैनी पानीपत, मोहन लाल सैनी, सोहन लाल, अनिल, ठेकेदार राकेश कुमासपुर, मदन रोहतक, अशोक, सुनील, भूप सिंह, राजवीर, हर्ष चहल, नवीन चौहान, सुरजीत, वीरेंद्र, पंकज, हिमांशु आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।